Noida Big Breaking , Pawan chaudhary
छपास की बीमारी और एन्टी करप्शन के गठजोड़ का हुआ खुलासा ।
CCTV फुटेज ने खोला नोएडा पुलिस की झूठी कहानी का राज ।
जानिए परिवार के साथ 5 दिन की छुट्टी लेना और छुट्टी मनाने नैनीताल गए दरोगा को कितना भारी पड़ा ।
बढ़ते अपराध को रोकने में नाकाम वरिष्ठ अधिकारीगण छोटे पुलिस कर्मचारियों को फँसाकर वाहवाही बटोरने में लगे हुए हैं ।
नोएडा के सेक्टर 44 चौकी इंचार्ज सुनील शर्मा को विगत दिनों हनी ट्रैप के साथ एन्टी करप्शन और रंगदारी मामले में पुलिस ने जेल भेज दिया । यही नहीं एक के बाद एक 4-5 मुकदमे भी हो गए ।
वहीं इस मामले में चौकाने वाला खुलासा हुआ है ।
सच्चाई यह है कि दिनांक 8 june 2019 को दरोगा सुनील शर्मा 5 दिन की छुट्टी पर गए थे । जिसकी GD में भी दाखिल है, और SP सिटी ने छुट्टी की अनुमति दी थी ।
दिनांक 9 जून 2019 को दरोगा सुनील शर्मा नैनीताल स्थित एक होटल में परिवार के साथ छुट्टी बिताने पहुंचे ।
दिनांक 10 जून 2019 को सुबह नोएडा के एक CO दलबल के साथ एसएसपी नोएडा के आदेश पर नैनीताल होटल पहुंचे जहाँ सुनील शर्मा अपने परिवार के साथ रुके थे ।
पुलिस टीम ने वहां नाश्ता किया ।
नाश्ते के बाद सुबह लगभग 8.30 बजे दरोगा सुनील शर्मा सुनील शर्मा को जबरन उठाकर नोएडा ले आये ।
लेकिन नोएडा पुलिस ये भूल गयी कि सारी घटना होटल के cctv में कैद हो गयी है और भविष्य में पुलिसिया कहानी का पर्दाफाश भी हो सकता है ।
और उसी दिन शाम होते ही एक कहानी बना दी कि हनी ट्रैप मामले में सुनील शर्मा 10 जून को शाम 8 बजे रंगदारी की रकम 50 हजार लेते हुए नोएडा 44 चौकी से मौके पर अपने साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया है ।
Cctv के बारे में भनक लगने पर दबाव बनाने के लिए आनन फानन में नोएडा पुलिस ने 4 -5 मुकदमे और दर्ज करा दिए ।
सवाल यह उठता है कि आखिर अपराध बढ़ता देख नोएडा पुलिस के बड़े अधिकारी मीडिया और सरकार का ध्यान बांटने के लिए अपने ही पुलिस कर्मचारियों को गिरफ्तार कर सनसनी और वाहवाही बटोरने में लगे हैं ।
सवाल यह भी उठता है कि जो दरोगा 5 दिन की छुट्टी पर गया है और 10 जून को 8.30 बजे नैनीताल होटल से गिरफ्तार किया गया वो दरोगा उसी शाम को रंगदारी मांगते हुए मौके पर नोएडा से कैसे गिरफ्तार हो सकता है ?
अपने आप को कानून से ऊपर समझने वाले नोएडा पुलिस के अधिकारियों के लिए hotel की cctv फुटेज व अन्य सबूत गले की फांस बनने वाले हैं ।
सवाल यह भी उठता है कि अपने आप को भगवान समझने वाले अधिकारियों पर कौन सरकार क्या कार्यवाही करेगी ?
या मामला जांच की फाइलों में उलझ कर रह जायगा और आगे भी अधिकारी मनमानी करते रहेंगे ।
सिर्फ यही नहीं अन्य कई मामलों में CCTV फुटेज, रिकॉर्डिंगऔर फाइलें खोलेंगी नोएडा एसएसपी श्री वैभव कृष्णा व ASP श्री विनीत जैसवाल की छपास वाली पुलिसिंग का राज ।
फर्जी मामला बनाने में माहिर नोएडा पुलिस के 2 CO और कुछ इंस्पेक्टर भी चापलूसी की बीमारी से ग्रसित हैं और अपनी ही सेना को कुचलने में माहिर हैं ।
पौरुष के हाथी की तरह अपनी ही सेना को कुचलने और इस तरह की फर्जी घटनाओं से नोएडा पुलिस के छोटे कर्मचारियों का मनोबल ध्वस्त कर रहे हैं जिले के वरिष्ठ अधिकारी ।
नोएडा पुलिस के कारनामों की अन्य झूठी कहानियों का होता रहेगा पर्दाफाश ।
बने रहिये क्राइम अलर्ट 24 के साथ ।
अब देखना यह है कि इस खुलासे से बौखलाए और आगे के खुलासे से डरकर नोएडा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारीगण क्या कदम उठाते हैं ।
Comment here